"वर्तिका अनन्त वर्त की o

एक मासूम सी लड़की जो अचानक ही बहुत समझदार बन गयी पर खुद को किस्मत के हादसों ना बचा पायी,जो बेक़सूर थी पर उस को सजा का हक़ दार चुना गया
ITS A NOVEL IN MANY PARTS ,

Friday, April 14, 2017

"वर्तिका अनन्त वर्त की o chapter8 pg 8 एहसास

                "वर्तिका अनन्त वर्त की o chapter8 pg 8  एहसास 

ललित  मुझे गुस्से से ,घूरता हुआ, उठ के चला गया ,सॉरी भी नहीं बोला ,मै बस अपनी मिठाई उठा के वापस आ गयी ,बहुत गुस्सा आ रहा था ,अपने को समझता ही क्या है ?ये लड़का , उसके नाम से ही चढ़ती थी मै ,खैर, शाम को मिल्क डिप्पो पर दूध लेने जाना पड़ता था ,मैंने नई- नई साइकिल चलाना सीखा था ,सो जिद कर, मै ही साइकिल से, दूध लेने चली गयी थी ,अपनी धुन में बहुत ही स्पीड से साइकिल चला रही थी मै ,की अचानक ,मेरी साइकिल के सामने फुल स्पीड में ,एक साइकिल आती दिखी ,तुरंत ब्रेक लगाया किन्तु बैलेंस नहीं कर पायी सो मै  अपनी साइकिल के साथ फिर जमीन पर थी ,और सामनेवाली साइकिल भी गिरी हुयी थी ,दूध फैला हुआ था और ललित वहां  खड़ा अपनी साइकिल और दूध की हालत देख रहा था," वो भी शायद! दूध ले के, अपने घर वापस आ रहा था  ,मैंने बोला  सॉरी,उसने कहा," तुम्हे बिना एक्सीडेंट के चलना मना है क्या ?" मुझे बहुत शर्मिंदगी लग रही थी ,मेरी आँखों में आंसू थे ,मै उठ नहीं पा रही थी ,बहुत दर्द था, शायद, पैर में मोच आ गयी थी ,उसने अपना हाथ आगे किया, और मैंने ,बेसाख्ता ,उससे पकड़ लिया,और उठने की कोशिश की ,ललित शायद ,इसके लिए तैयार नहीं था ,की मैं ,अपना पूरा भार ही ,उसके हाथ पर डाल दूंगी ,वो भी बैलेंस नहीं बना पाया ,और मुझ पर ,गिर पड़ा ,और बोला सॉरी,मुझे हंसी आ गयी ,और मुझे हँसता देख वो भी हसने लगा ,काफी देर वही बैठे रहे हम लोग  और बहुत सारी  बाते की ,१५ मिनट हो गए थे, किसी तरह ,ललित की मदद से उठ कर मै घर पहुंची।
        मैंने उसे थैंक्स कहा ,तो  वो बोला , ओ के ,आज से फ्रेंड्स," मैंने भी हंस के' कहा "फ्रेंड्स ',जाते -जाते, वो बोला ,"वैसे योर हैंडस आर  वैरी सॉफ्ट "मुझे अजीब सी सिहरन हुयी ,और मैं ,जाने क्यों अंदर चली आयी ,और वो अपने घर चला गया।
अंदर सब दूध का इंतज़ार कर रहे थे ,मेरी चोट देख सब दूध भूल मेरी देख भाल में लग गए ,और मैं अनायास अपना हाथ खुद ही ,पकड़, देखने लगी  की, क्या ?वो वाकई बहुत सॉफ्ट है,,फिर अपनी इस हरकत पर मुझे खुद ही कोफ़्त होने लगी सोचा ,अब उस पागल से कभी बात नहीं करुँगी ............बाकि ..........................अगली पोस्ट में ....................................... 

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